पर जन जन को चेताना होगा ! आगे कदम बढ़ाना होगा ! पर जन जन को चेताना होगा ! आगे कदम बढ़ाना होगा !
Beautifulness of Inner Beauty Beautifulness of Inner Beauty
भ्रमित है मानव, संभवतः, क्या, क्यों और कहाँ, होना है स्थिर मुझको अंततः...! भ्रमित है मानव, संभवतः, क्या, क्यों और कहाँ, होना है स्थिर मुझको अंततः...!
कि ये सब गवाह हैं, जिम्मेदार हैं, बस मेरी ख़ामोशी के, कि ये सब गवाह हैं, जिम्मेदार हैं, बस मेरी ख़ामोशी के,
बस एक ही तमन्ना है दिल की हर कोई सदा सुखी रहे।। बस एक ही तमन्ना है दिल की हर कोई सदा सुखी रहे।।
मन के भाव मलिन पड़े हैं, हृदय के दीपक बुझे पड़े हैं! मन के भाव मलिन पड़े हैं, हृदय के दीपक बुझे पड़े हैं!